शनिवार, सितंबर 20, 2014

झूठे तेल लगाने वाली लड़कियां झूठा प्रेम करतीं हैं

जैसे उनके आयुर्वेदिक तेल में
आयुर्वेदिक जैसा कुछ नहीं था
ठीक वैसे ही
उनके प्रेम में
प्रेम जैसा कुछ नहीं था

तेल के रहते हुए
जैसे टूटते रहे उनके बाल
उनके प्रेम के रहते हुए
वैसे ही टूटते रहे उनके प्रेमी

झूठा तेल लगाने वाली लड़कियां
झूठा प्रेम करतीं है शायद !
इसीलिए उनके प्रेमी
उनके टूटते बालों की तरह
टूटते रहते हैं जीवन भर

पर जैसे बचा रहता है
बहुत सा बाल, उनके सरों में
हज़ार टूटन के बाद भी

वैसे ही बचे रहतें है उनके प्रेमी
हज़ार टूटन के बाद भी
उनके दिलों में

ये लड़कियां
जितना झूठा प्रेम
अपने बालों से करतीं हैं
उतना ही झूठा प्रेम
अपने प्रेमियों से भी  


तुम्हारा-अनंत 

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